चोर ने 9 साल पहले चुराए थे कृष्ण मंदिर के गहने, “गीता” पढ़ने से बदला मन, माफीनामा लिख किए वापस
एक पर्ची पर अंग्रेजी में लिखा हुआ था सॉरी। वहीं दूसरी पर्ची में लिखा हुआ था कि “मैं अपना नाम, पता नहीं बता सकता हूं। कृष्ण भगवान के जो आभूषण मैंने 9 साल पहले चुराए थे, वे वापस करके जा रहा हूं। यह आभूषण मंदिर के बराबर में स्थित घर के बाहर एक थैले में रखे हुए हैं।” ऐसा बताया जा रहा है कि जब थैले को खोलकर देखा गया तो उसके अंदर वह सब आभूषण जैसे टोपी, कान की बाली, कंगन और बांसुरी रखे मिले जो कृष्ण मंदिर (गोपीनाथ मंदिर) से 9 साल पहले चोरी हुए थे। यह आभूषण राधा और कृष्ण के हैं, जिनकी आज कीमत लाखों में बताई जा रही है।
मंदिर में चोरी के बाद काफी मुसीबतें झेली
दरअसल, यह चोरी साल 2014 के मई महीने में हुई थी। चोर ने पश्चाताप की बात कबूलते हुए यह माना कि मंदिर में चोरी के बाद से उसने इन 9 साल में काफी मुसीबतों का सामना किया और अब वह और मुसीबतें झेलने की हालत में नहीं है। वहीं दूसरे, गीता से महाग्रंथ में भी कर्म फल के बारे में काफी कुछ लिखा हुआ पढ़ा। लिहाजा चोर ने वह सब पढ़ कर ही भगवान के सामने सरेंडर कर उनके चोरी किए आभूषण लौटा कर भगवान से माफी मांग लेने में ही भलाई समझी।
ऐसा बताया जा रहा है कि चोर के द्वारा लौटाए गए सामान में बैग के भीतर ₹301 भी उसने छोड़े, जिनमें से उसने ₹201 मंदिर में चढ़ावे के लिए छोड़े हैं। जबकि बाकी बचे ₹100 के बारे में चोर ने लिखा है कि यह ₹100 वह बतौर जुर्माना अदा कर रहा है। वहीं चोरी हुए जेवरों की वापसी से मंदिर के अधिकारियों और भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई।