भारत देश में टैलेंट की कमी नहीं है. दरअसल बिहार के गोपालगंज जिले के बेलसंड गांव के अमरजीत मांझी नाम का व्यक्ति हेलिकॉप्टर बनाकर उसे उड़ाने में बिजी हैं. दिलचस्प बात ये है कि अमरजीत अनपढ़ है हालाँकि उसने जीवन का एक ही लक्ष्य बना लिया कि हेलिकॉप्टर बनाकर उसे उड़ाना हैं. बता दें कि जब से अमरजीत पासवान की मेहनत के दम पर हेलीकाप्टर बनाने की कहानी शुरू हुई है तब से 1 साल से ज्यादा से हेलीकाप्टर बनाने में लगे है. वहीं भारत से बाहर से उनको ऑफर भी मिल गया है परंतु अमरजीत देश के लिए कुछ करने में लगे है. वहीं गोपालगंज के गाँव भेलसड़ में रह कर उन्होंने यह लक्ष्य बनाया और जब उनके पिता से हेलीकाप्टर उड़ने के बारे में सवाल किया तो उन्होंने पहले पिता को मिनी हेलीकाप्टर उड़ा कर दिखा दिया और इस तरह उन्होंने माता पिता का विश्वास जीत लिया.
बता दें कि पहले अमरजीत मैकेनिक का काम करते थे और फिर वो दुबई चले गए और वहाँ उनको काम में मज़ा नहीं आ पाया तो उन्होंने वापस आकर माँ को बोला कि मुझे हेलीकाप्टर बना कर उड़ाना है तो माँ ने बोला कि हम गरीब कैसे तेरी सहायता करेंगे तेरे हेलीकाप्टर बनाने में, फिर उन्होंने माँ को बताया कि वो सब कर लेंगे तो उन्होंने अपने सपने हेलीकाप्टर बनाने के पीछे लग गए और उनकी माताजी ने बोला कि बचपन से ही ऐसे गाड़ियां और मैकेनिक का काम करते थे और युवा अवस्था में आकर उन्होंने इससे अपना सपना बना लिया.
दरअसल अमरजीत मांझी, रामबली मांझी के पांचवें बेटे है. अमरजीत पैसे की तंगी में केवल पहली कक्षा तक ही स्कुल पढ़े. फिर गांव के आस-पास लेबर का काम किया. फिर कुछ दिन असम में तेल रिफाइनरी का काम सीखने के बाद कुछ सालों तक नौकरी करते रहे. फिर कुछ सालों के लिए वो विदेश चले गए. वहीं पर अमरजीत ने हेलिकॉप्टर बनाने की जानकारी इकट्ठा कर ली. और फिर फिर घर आने के बाद इसमें पुरे तन मन से लग गए.
आपको बता दें कि हेलीकाप्टर का लगभग अस्सी प्रतिशत काम पुरा हो गया है. इंजन से लेकर ड्राइवर की सीट,पंखे,सहित लगभग ढांचा बना कर रख दिया है. हालाँकि इंजन से जुड़े कुछ काम कर लेने के बाद इसकी फाईनल टेस्टिंग की जाएगी फिर जुन या जुलाई में यह उड़ान भर सकता है. अमरजीत के पास जब पैसे की तंगी हुई तो पिता ने जमीन बेच कर सहायता की. आज अमरजीत के इस काम को देखने के लिए दूर – दूर से लोग आ रहे हैं. पुरे इलाके की नजर अमरजीत पर टिकी है कि यह हेलिकॉप्टर कब उड़ाने वाले हैं फिलहाल इसका काम अब पूरा होने की तरफ हैं.