यूएई में केरल की महिला ने जीती 44.75 करोड़ की लॉटरी, बोली- सारा पैसा गरीबों को करूंगी दान
किसी किस्मत कब चमक जाए, इस बात का किसी को नहीं पता. कई बार भगवान ऐसा चमत्कार दिखाते हैं कि बैठे-बिठाए लोगों के पास करोड़ों रुपए आ जाते हैं आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के जरिए एक ऐसी ही खबर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाली भारत की एक महिला ने लॉटरी में एक बड़ी रकम जीती है. इसी के साथ यह महिला बैठे-बिठाए करोड़ों रुपए की मालकिन बन गई है.
जानकारी के लिए बता दें भारत के केरल राज्य के थ्रिसुर की रहने वाली लीना जलाल का लॉटरी टिकट मेगा ड्रा के लिए चुना गया था. जानकारी के लिए बता दें इन दिनों लीना संयुक्त अरब अमीरात में रह रही हैं और उन्होंने 2.20 करोड़ डिरहम की प्राइस मनी लॉटरी टिकट के जरिए जीती है. गौरतलब है कि लीला का टिकट नंबर 144387 और टेरिफिक 22 मिलियन सीरीज 236 का हिस्सा रहा. रिपोर्ट की मानें तो भारत की लीना इन दिनों आबू धाबी में ह्मयूमन रिसोर्स में काम कर रही हैं. लीला ने कहा कि वह अपनी टिकट के जरिए जीती हुई इस प्राइस मनी को 10 लोगों के साथ साझा करेंगी और अपने प्राइज मनी का एक बड़ा हिस्सा चैरिटी के रूप में भी देंगी.
लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि जिस दिन लीना जलाल ने यह 40 करोड रुपए की प्राइस मनी जीती थी उस दिन लिना जलाल के साथ 15 लोग और ऐसे थे जिनकी किस्मत चमकी थी. इन 15 लोगों में लीना के अलावा एक और भारतीय सुरैफ सुरु का नाम शामिल था. सुरैफ सुरु भारत के केरल राज्य के मल्लापुर के रहने वाले हैं. उनका कहना है कि वह उनको मिली प्राइज मनी को 29 लोगों के साथ साझा करेंगे और अपनी प्राइस मनी का कुछ हिस्सा अपने गरीब दोस्तों को सहायता के रूप में देंगे. सुरैफ सुरु ने इस बात का भी खुलासा किया कि वह इस में से कुछ रकम अपने माता-पिता को भेजेंगे और कुछ रकम को पत्नी और बेटे के भविष्य के लिए जमा करके रखेंगे.
जानकारी के लिए बता दें पिछले साल भी में रहने वाले केरल संजीत सोमराजन 2 करोड दिरहम कि भारत के 40 करोड रुपए के बराबर होते हैं लॉटरी के रूप में जीते थे. जब उनकी लॉटरी लगी थी तब वह दुबई में ट्रक ड्राइवर का काम कर रहे थे. इसके अलावा साल 2020 में अजमान में स्थित इंडियन हाई स्कूल के प्रिंसिपल ने 10 आप डॉलर की लॉटरी जीती थी. यह 10 लाख डॉलर भारत के 7 करोड रुपए के बराबर होते हैं. वैसे किस्मत का पता ही नहीं चलता कब किसकी बदल जाए और कब कोई बैठे-बिठाए करोड़पति बन जाए.