कब है विनायका चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व धन प्राप्ति के विशेष उपाय
हिंदू धर्म में विश्वास रखने वाले लोगों को यह तो पता ही होगा कि हर माह कोई न कोई विशेष त्योहार पड़ता ही रहता है। बीते माह कुछ विशेष त्योहार देशभर में मनाया गया इसके बाद अब विनायका चतुर्थी आने वाला है। हालांकि हर महीने में दो चतुर्थी होती है जिन्हें भगवान श्री गणेशजी की तिथि माना जाता हैं। शास्त्रों की मानें तो अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष को जो चतुर्थी पड़ता है उसे विनायक चतुर्थी कहते हैं और पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।
विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करके बड़े से बड़े विघ्न को भी आसानी से टाला जा सकता है। जानकारी के लिए यह भी बता दें कि इस बार विनायक चतुर्थी 30 नवंबर को है। भगवान गणेश को सभी देवताओं में सर्वप्रथम पूजनीय माना गया है। कोई भी मन्त्र, जाप या अनुष्ठान गणेश जी की पूजा के बिना सफल नही होता है। इसीलिये हमारे शास्त्र में विनायक चतुर्थी का महत्व थोड़ा ज्यादा है।
शुभ मुहूर्त
बात करें अगर शुभ मुहूर्त की तो हर पर्व की तरह इसमें भी शुभ मुहूर्त होता है जो कि इस बार 30 नवम्बर दिन (शनिवार) को 11:20 AM से 01:33 PM बजे तक का बन रहा है।
पूजा विधि
इस दिन आपको ब्रह्म मूहर्त में उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर स्नान करके लाल रंग का वस्त्र धारण करना होता है। वहीं दोपहर पूजन के समय अपने सामर्थ्य के अनुसार सोने, चांदी, पीतल, तांबा, मिट्टी अथवा सोने या चांदी से निर्मित गणेश प्रतिमा स्थापित करें। संकल्प के बाद षोडशोपचार पूजन कर श्री गणेश की आरती करें इसके बाद आपको श्री गणेश की मूर्ति पर सिन्दूर चढ़ाएं। ‘ॐ गं गणपतयै नम:’ का जाप करना होगा। इसके बाद आपको गणेश जी की प्रतिमा पर 21 दूर्वा दल चढ़ाना होगा। दूर्वा एक प्रकार की घास का नाम है जो श्री गणेश को अत्ति प्रिय है। श्री गणेश को बूंदी के 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। पूजन के समय श्री गणेश स्तोत्र, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक गणेश स्त्रोत का पाठ करें। ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा दें।
शाम के समय गणेश चतुर्थी कथा, श्रद्धानुसार गणेश स्तुति, श्री गणेश सहस्रनामावली, गणेश चालीसा, गणेश पुराण आदि का स्तवन करें। संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करके श्री गणेश की आरती करें। इसके बाद आप शाम के समय भोजन ग्रहण करें।
इस विशेष अवसर पर आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपके रुके हुए धन प्राप्त हो जाएंगे
अगर आप चाहते हैं कि आपका रूका हुआ धन वापस मिल जाए तो इसके लिए आपको गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनकर गणेशजी की पूजा करें। भगवान गणेश को दूर्वा को बांधकर माला बनाकर अर्पित करें।
इतना ही नहीं इसके साथ ही उन्हें शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं फिर “वक्रतुण्डाय हुं” मन्त्र का 54 बार जाप करें। ऐसा करने से धन लाभ तो होगा ही लेकिन इसके साथ ही साथ रूका हुआ पैसा भी मिल जाएगा। इसके बाद आप चाहे तो थोड़ी देर बाद घी और गुड़ गाय को खिला दें या किसी निर्धन व्यक्ति को दें, धन की समस्याएं दूर हो जाएंगी। ऐसा लगातार पांच विनायक चतुर्थी पर करें इससे आपको आपका रुका हुआ धन जरूर मिलेगा।