सभी जानते हैं कि किसी ज़माने में विनोद खन्ना और महेश भट्ट बहुत अच्छे दोस्त थे। दोनों में इतनी दोस्ती थी कि महेश भट्ट के कहने पर विनोद खन्ना ने महेश के भई मुकेश भट्ट को अपना सेक्रेटरी बनाया था। लेकिन एक बार कुछ ऐसा हुआ कि विनोद का महेश के भाई मुकेश पर हाथ उठ गया और गुस्से में उन्होंने मुकेश भट्ट को कई थप्पड़ जड़ दिए थे। आज हम आपको बताएंगे कि ये पूरा मामला क्या था।
महेश भट्ट ने दी ओशो के आश्रम जाने की सलाह-
महेश भट्ट और विनोद खन्ना का एक दूसरे की निजी ज़िदंगी में भी बड़ा दखल था। ये बात उन दिनों की है जब विनोद खन्ना का करियर बुलंदिया छू रहा था। यहां तक कि ऐसा माना जाता था कि विनोद खन्ना सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को भी पीछे छोड़ देंगे। लेकिन उन दिनों में विनोद की मां का इंतकाल हो गया। इसीलिए वे काफी दुखी रहते थे। ऐसे में महेश भट्ट ने विनोद खन्ना को अध्यात्म की ओर अपना ध्यान लगाने की सलाह दी। महेश ने विनोद खन्ना को ओशो के पास जाने को कहा। ऐसा भी कहा जाता है कि विनोद खन्ना उस दौर में महेश भट्ट का खर्चा उठाते थे। एक बार किसी इंटरव्यू में महेश भट्ट ने खुद कहा था कि तब मेरे पास पैसा नहीं था. विनोद ही मेरी देखभाल करते थे और मेरी ट्रेवलिंग का खर्चा उठाते थे।
विनोद खन्ना और भट्ट बद्रर्स में तकरार-
विनोद अक्सर महेश भट्ट के साथ ओशो रजनीश के आश्रम जाते थे। लेकिन फिर विनोद खन्ना ने वहां जाना बंद कर दिया और अपनी पूरा फोकस करियर पर किया। जिसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में वापसी की। कमबैक करते हुए उन्होंने फिल्म इंसाफ की। इसके बाद महेश भट्ट ने अपने भाई मुकेश भट्ट को प्रोड्यूसर बना दिया और विनोद खन्ना के साथ फिल्म जुर्म की। अक्सर भट्ट बद्रर्स अपने एक्टर एक्ट्रेस को फीस देने में आना कानी करते थे। विनोद के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
दोनों भाई उनकी फीस देने में आनाकानी करने लगे। विनोद खन्ना को इस बात पर बहुत गुस्सा आया। तीनों में इस बात को लेकर काफी कहासुनी भी हुई। जिसके बाद गुस्से में विनोद खन्ना ने फिल्म की शूटिंग कैंसिल करा दी। करीब 40 दिनों तक फिल्म की शूटिंग नहीं हुई।
विनोद ने मुकेश को जड़े थप्पड़-
फिल्म की शूटिंग कैंसल होने से मुकेश भट्ट भी काफी गुस्से हो गए थे। और उन्होंने विनोद के खिलाफ काफी कुछ उल्टा-सीधा बोला। मीडिया में और पब्लिकली वे विनोद को लेकर काफी खराब स्टेटमेंट्स देते थे। विनोद खन्ना ने कुछ दिनों तक इस मामले पर चुप्पी बनाकर रखी। लेकिन बाद में उनको मुकेश भट्ट पर इतना गुस्सा आया कि उन्होंने मुकेश को देखते ही कई चांटे जड़ दिए।
महेश भट्ट के साथ भी विनोद के रिश्ते खराब हो गए-
इसी तरह फिल्म जुर्म के साथ ही विनोद खन्ना और महेश भट्ट की भी दोस्ती खराब हो गई। महेश भट्ट ने यहां तक कह दिया कि मैं विनोद के स्पॉट ब्वॉय को हीरो बना लूंगा, लेकिन विनोद को अपनी फिल्मों में साइन नहीं करूंगा।
विनोद खन्ना ने खुद पूरी की वो फ़िल्म
बाद में पता चला कि मुकेश भट्ट की वजह से फ़िल्म के फाइनेन्सर ने हाथ खींच लिए थे, इसलिए फ़िल्म आगे बढ़ ही नहीं पा रही थी। आखिरकार विनोद ने अपने पैसों से फिल्म पूरी की।