ये डायरेक्टर हेमा मालिनी से करवाना चाहता था एक घिनौना काम, धर्मेंद्र ने सरेआम जड़ दिया था थप्पड़
धर्मेंद्र का बॉलीवुड इंडस्ट्री में जाना माना नाम है। आजकल धर्मेंद्र फिल्मों से दूर हैं परंतु मौजूदा समय में भी यह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। धर्मेंद्र ने अपने जीवन में सफलता पाने के लिए करियर के शुरुआती दौर में कड़ा संघर्ष किया है। कठिन मेहनत और संघर्षों के बाद उन्होंने एक अच्छा खासा मुकाम हासिल किया है। 1960 में फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” से अपने करियर की शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार एक के बाद एक कई शानदार फिल्में दीं।
धर्मेंद्र अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने निजी जिंदगी को लेकर भी सुर्खियों में छाए रहे हैं। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी के अफेयर की खबरें एक समय पहले सुर्खियों में छाई रहती थीं। यह दोनों फिल्मों में काम करते-करते एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए थे और दोनों ही एक दूसरे से प्यार करने लगे थे। आखिर में यह दोनों विवाह के बंधन में बंध गए।
वैसे धर्मेंद्र बेहद शांत स्वभाव के इंसान हैं। धर्मेंद्र अपनी फिल्मों में उनके गुस्से और एक्शन सीन की वजह से जाने जाते थे। आज से सालों पहले लोगों ने धर्मेंद्र का गुस्सा उस समय के दौरान देखा था जब उन्होंने डायरेक्टर सुभाष घई की एक हरकत पर उन्हें सरेआम थप्पड़ जड़ दिया था। तो चलिए जानते हैं आखिर धर्मेंद्र ने किस वजह से सुभाष घई को तमाचा मारा था।
दरअसल, यह बात 1981 की है, जब फिल्म “क्रोधी” रिलीज हुई थी। इस फिल्म के सेट पर ही धर्मेंद्र ने डायरेक्टर सुभाष घई को तमाचा मार दिया था। उस फिल्म में हेमा मालिनी को धर्मेंद्र के ऑपोजिट पास्ट किया गया था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर सुभाष घई ने अभिनेत्री हेमा मालिनी को एक सीन के लिए बिकनी पहनने के लिए कहा था।
लेकिन हेमा मालिनी ने बिकनी पहनने से इंकार कर दिया था लेकिन इसके बावजूद भी सुभाष घई हेमा मालिनी पर काफी जोर डालने लगे थे। जोर डालने की वजह से हेमा मालिनी स्विमिंग पूल सीन के लिए बिकनी पहनने के लिए तैयार भी हो गई थीं परंतु तब तक यह पूरी बात धर्मेंद्र तक पहुंच चुकी थी।
जब धर्मेंद्र को यह बात मालूम हुई कि डायरेक्टर सुभाष घई ने हेमा मालिनी को बिकनी पहनने के लिए जोर डाला हो तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इसके बाद क्या था, धर्मेंद्र गुस्से में तिलमिलाए थे और वह शूटिंग के सेट पर ही पहुंच गए और वहीं पर सुभाष घई को एक के बाद एक कई थप्पड़ जड़ दिए थे। बाद में फिल्म के प्रड्यूसर रंजीत ने जैसे तैसे धर्मेंद्र का गुस्सा शांत कराया था। जब यह घटना हुई थी तो सुभाष घई को सरेआम धर्मेंद्र ने चेतावनी भी दे डाली थी।
जब सुभाष घई के साथ अचानक से ही यह घटना घटी तो वह काफी घबरा गए थे। वह इतने घबरा गए थे कि उन्होंने फिल्म से वह सीन ही डिलीट करवा दिया था। बता दें कि इस फिल्म में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी के अलावा अभिनेत्री जीनत अमान और अभिनेता शशि कपूर भी मुख्य किरदार में नजर आए थे। जब इस फिल्म की शूटिंग हो रही थी तो उस दौरान हेमा मालिनी और धर्मेंद्र पति-पत्नी बन चुके थे। अभी शादी को करीब साल भर ही हुआ था कि यह घटना हुई थी।
आपको बता दें कि धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की पहली मुलाकात ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म “आसमान महल’ के प्रीमियम के दौरान साल 1965 में हुई थी। उस समय के दौरान धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे। वहीं हेमा मालिनी की एक फिल्म “सपनों के सौदागर (1968)” फ्लॉप साबित हुई थी।
धीरे-धीरे हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं। फिल्म “शोले” की शूटिंग के दौरान इन दोनों के बीच नजदीकियां और अधिक बढ़ गई थीं और आखिर में 1980 में दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। धर्मेंद्र पहले से ही शादीशुदा थे उन्होंने 1954 में प्रकाश कौर से पहली शादी की थी। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का विवाह बेहद साधारण तरीके से हुआ था।