रामायण के ‘राम’ अरुण गोविल के पैरों में महिला ने रख दिया था बीमार बच्चा, कहा- इसे बचा लीजिए…
साल 1987 से 1988 तक चलने वाला टीवी धारावाहिक “रामायण” आज भी लोगों के बीच पहले की तरह ही लोकप्रिय है। इस धारावाहिक ने पॉपुलैरिटी के मामले में उस दौर के सभी धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था। जब भी यह धारावाहिक टीवी पर आता था, तो सभी लोग इसे देखने के लिए टीवी के सामने बैठ जाते थे। उस समय सड़कें वीरान हो जाती थी। सब कामकाज छोड़कर इस सीरियल को देखने के लिए टीवी से चिपक जाता था। इस शो को लेकर लोगों के अंदर बहुत ज्यादा दीवानगी थी। वहीं शो और इसके कलाकारों को देशभर में काफी प्यार और सम्मान मिला था।
रामानंद सागर के इस टीवी धारावाहिक में अरुण गोविल ने राम का किरदार निभाया था। राम का किरदार निभाकर अरुण गोविल घर-घर में मशहूर हो गए। टीवी पर उनकी ऐसी छवि बन गई थी कि जहां भी लोग उन्हें देखते थे तो उनके प्रति अपनी श्रद्धा दिखाने लगते थे। प्रभु राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को लोगों ने भगवान का ही दर्जा दे दिया था। इस बात को खुद अरुण गोविल कई बार बता चुके हैं।
टीवी धारावाहिक “रामायण’ से जुड़े ऐसे कई किस्से हैं, जो अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। जब कोविड के दौरान लॉकडाउन के समय रामायण दोबारा दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था, तो उसके बाद इस सीरीज से जुड़े हुए कई किस्से सामने आने लगे और यह सिलसिला अब तक जारी है। अरुण गोविल खुद इस शो के शूटिंग के दौरान के कई किस्से शेयर कर चुके हैं। एक इंटरव्यू के दौरान अरुण गोविल ने ऐसी घटना के बारे में बताया था जिसे जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे।
भगवान राम को ढूंढते हुए सेट पर पहुंची महिला
अरुण गोविल ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि एक बार “रामायण” के सेट पर एक महिला अपने बच्चे को गोद में लेकर आई और सभी से पूछने लगी कि भगवान राम कहां हैं? तब सभी ने उस महिला को अरुण गोविल के पास भेज दिया। जब महिला अरुण गोविल के पास पहुंची तो उसने बच्चे को अरुण गोविल के पैरों में रख दिया और वह फूट-फूटकर रोने लगी। महिला कहने लगी कि मेरा बच्चा बीमार है। इसे बचा लीजिए।
महिला को डॉक्टर के पास जाने की दी सलाह
जब अरुण गोविल ने यह सब देखा तो वह काफी घबरा गए थे और उन्होंने महिला से कहा था कि आप यह क्या कर रही हैं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। अरुण गोविल उस बेबस मां से कहने लगे कि वह कुछ नहीं कर सकते इसे किसी डॉक्टर के पास ले जाइए। फिर अरुण गोविल ने महिला को कुछ पैसे दिए, जिसके बाद वह वहां से चली गई। इसके 3 दिन बाद वह महिला अपने बच्चे को लेकर अरुण गोविल के पास आई।
महिला ने अरुण गोविल से कहा कि उनका बच्चा ठीक हो गया है। यह सुनने के बाद अरुण गोविल समझ चुके थे कि भगवान से सच्चे मन से कुछ मांगों तो वह जरूर मिल जाता है और जब वह महिला अरुण गोविल के पास आई थी तो उन्होंने उस बच्चे की ठीक होने की दुआ मांगी थी। आपको बता दें कि को कोविड के दौरान लॉकडाउन के समय रामायण का दोबारा प्रसारण दूरदर्शन पर किया गया था। जिसके बाद इस सीरीज से जुड़े कई किस्से सामने आने लगे और यह सिलसिला अब तक जारी है।