आखिर क्यों स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने नहीं की थी शादी? इसके पीछे हैं ये बड़ी वजह
स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन की खबर ने संगीत प्रेमियों को बहुत ज्यादा दुखी कर दिया है। उनकी सुरीली आवाज की दुनिया दीवानी थी। उनके द्वारा गाए गए प्यार भरे नगमों को सुनने के बाद हर किसी के चेहरे पर मुस्कान आ जाया करती थी परंतु आज वही गाने आंखों को नम कर रहे हैं। लता मंगेशकर जी मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लंबे समय से एडमिट थीं, लेकिन अब वह हमेशा हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह कर जा चुकी हैं।
भारत रत्न लता मंगेशकर किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। यह भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका हैं, जिनका छह दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता मंगेशकर भारत की एक ऐसी सबसे प्रतिष्ठित पार्श्वगायिका हैं, जिन्होंने कई फिल्मी और गैर फिल्मी यादगार गीत गाए।
दुनिया भर में लता जी के प्रशंसकों की संख्या करोड़ों में है, जो लता मंगेशकर जी को मां सरस्वती का अवतार मानते हैं। लता मंगेशकर जी ने हजार से ज्यादा हिंदी फिल्मों में गीत गाए। मुख्यत: उन्होंने हिंदी, मराठी और बंगाली में गाने गाए। लता मंगेशकर जी 36 से अधिक भाषाओं में गीत गा चुकी हैं। सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर जी ने अपनी जादुई आवाज से लोगों के दिलों में एक खास जगह बना ली थी।
लता मंगेशकर जी के प्यार भरे नगमे संगीत प्रेमियों को बहुत उत्साहित कर दिया करते थे। इतने प्रेम से परिपूर्ण गीत गाने के बावजूद भी क्या लता मंगेशकर जी के जीवन में कभी प्रेम ने दस्तक दी? ऐसा नहीं है कि उन्होंने कभी प्यार नहीं किया था। लता मंगेशकर जी ने भी प्यार किया और उनकी प्रेम की कहानी शुरू हुई थी परंतु किन्ही कारणों से पूरी ना हो पाई।
आपको बता दे कि सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर जी ने एक बार बीबीसी के साथ बातचीत के दौरान यह बताया था कि किशोर दा भी उनको चाहते थे। लता जी ने यह कहा था कि कई बार किशोर दा उनका पीछा करते-करते स्टूडियो तक पहुंच जाते थे। तब लता जी को यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आई और उन्होंने इसको लेकर किशोर दा की शिकायत कर दी थी। हालांकि, उस समय के दौरान लता जी को यह नहीं मालूम था कि वह किशोर दा हैं।
लता मंगेशकर जी को अपने जीवन में प्रेम भी हुआ है। उनको दिवंगत क्रिकेटर और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह, जो डूंगरपुर के महाराजा भी थे, उनसे प्रेम हो गया था। लता मंगेशकर जी जब एक बार क्रिकेट देखने स्टेडियम पहुंची थीं। तब उन्हें महाराजा राज सिंह पसंद आ गए थे। वहीं राज सिंह भी लता मंगेशकर जी की आवाज से बखूबी वाकिफ थे। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि राज सिंह डूंगरपुर और लता मंगेशकर जी की शादी पारिवारिक कारणों की वजह से ना हो सकी थी।
28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर जी एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उन्हें बचपन में “हेमा” नाम से पुकारा जाता था। लता मंगेशकर जी अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। बेहद छोटी उम्र में ही उन्होंने अपने पिताजी को खो दिया था और बड़ी बहन होने की वजह से कम उम्र में ही सारी जिम्मेदारियां लता मंगेशकर जी के कंधों पर आ गए थीं।
जब लता जी की उम्र 13 साल की थी, तब उनके पिताजी साल 1942 में इस दुनिया को छोड़ कर चले गए थे। पिता के बाद वही थीं जो घर में सबसे बड़ी थीं और इसी वजह से सारी जिम्मेदारी लता मंगेशकर जी के छोटे कंधों पर आ गई थी। वह घर की जिम्मेदारियां निभाने की वजह से ही शादी नहीं कर पाईं।