मां और बच्चे का रिश्ता बहुत खास होता है। जीवनभर हमारी मां हमारे लिए जो करती है, उसके कर्ज को कभी चुकाया नहीं जा सकता। मां से हर बच्चे का रिश्ता दुनिया के किसी भी रिश्ते से पुराना होता है क्योंकि मां और बच्चे का जुड़ाव गर्भ में ही हो जाता है। तभी से मां को बच्चे की फिक्र होने लगती है और बच्चा भी मां के अहसासों को समझने लगता है। जब शादी के बाद कोई महिला बच्चे को जन्म देती है, तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है। मां बनने की खुशी क्या होती है, वह सिर्फ मां बनने वाली महिला ही समझ सकती है।
अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद कई महिलाओं को बहुत ही जल्द संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है। वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो जीवनभर औलाद के लिए तरसती रहती हैं। परंतु ऐसा कहा जाता है ना कि ऊपर वाला जब भी देता है छप्पर फाड़ कर देता है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से एक मामला सामने आया है, जहां पर एक महिला ने एक या दो नहीं बल्कि 3 बच्चों को जन्म दिया है। जन्म के बाद से ही तीनों बच्चे स्वस्थ हैं लेकिन वजन कम होने की वजह से तीनों को एसएनसीयू में रखा गया है। वहीं तीन बच्चों को जन्म देने वाली मां भी पूरी तरह से स्वस्थ है।
महिला ने दिया 3 बच्चों को जन्म
आपको बता दें कि अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार को एक महिला ने 3 बच्चों को जन्म दिया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, एक महिला को लुण्ड्रा ब्लॉक मुख्यालय के शासकीय स्वास्थ्य केंद्र से अंबिकापुर रेफर किया गया था, जहां महिला ने 3 स्वास्थ्य बच्चों को जन्म दिया है। इन तीन बच्चों में एक लड़की है और दो लड़के हैं। इनमें से एक का वजन 1.5 किलोग्राम है। दूसरे का वजन 1.6 किलोग्राम है और तीसरे बच्चे का वजन 1.8 किलोग्राम है।
फिलहाल तीनों का वजन औसत वजन से कम होने के कारण तीनों बच्चों को स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (SNCU) में रखा गया है। एसएनसीयू में तीनों बच्चे सामान्य हालत में है। नवजात शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर और नर्स उन्हें गहन निगरानी में रखे हुए हैं।
नर्सों और डॉक्टरों की सूझबूझ से सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी की गई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन्हें लुण्ड्रा स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने यह कहकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा था कि महिला का ऑपरेशन करके डिलीवरी करनी पड़ेगी। इसी वजह से इन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जाना पड़ेगा परंतु यहां आने के बाद नर्सों और डॉक्टरों की सूझबूझ की वजह से ही सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी की गई जिसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
जानिए डॉक्टर ने क्या कहा
आपको बता दें कि इस केस से संबंध में डॉ साथी मंडल के द्वारा ऐसा बताया गया कि लुण्ड्रा से पेशेंट आए थे। उन्हें ऑपरेशन के लिए यहां रेफर किया गया था, यह कहकर कि नॉर्मल डिलीवरी हो नहीं पाएगी परंतु उनकी सोनोग्राफी रिपोर्ट देखने पर लगा नॉर्मल डिलीवरी संभव है। इसके बाद सुरक्षित डिलीवरी हो गई। बच्चों का वजन कम है इसलिए ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 3 बच्चों को जन्म देने वाली मां स्वास्थ्य है।