देश-दुनिया के आए दिन ऐसी कोई न कोई खबर निकल कर सामने आ ही जाती है जिसे जानने के बाद लोगों को काफी आश्चर्य होता है। कई खबरें ऐसी होती हैं, जो इंसानियत को शर्मसार कर देती हैं। इसी बीच गुरुग्राम में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक मामला निकल कर सामने आया है।
दरअसल, यहां पर एक दिव्यांग महिला को नामी रेस्टोरेंट ने प्रवेश देने से मना कर दिया। शारीरिक रूप से दिव्यांग पीड़ित महिला का ऐसा दावा है कि गुड़गांव के एक लोकप्रिय रेस्टोरेंट ने उसे “अन्य ग्राहकों को परेशानी होगी” यह कहकर प्रवेश देने से मना कर दिया।
आपको बता दें कि पीड़ित महिला का नाम सृष्टि पांडे है, जिन्होंने आपबीती बताते हुए ट्विटर पर कई पोस्ट डालें। पीड़ित महिला ने यह बताया कि वह अपनी सहेली और उसके परिवार के साथ उस रेस्टोरेंट में गई थीं। महिला के द्वारा शेयर की गई पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है।
पीड़ित महिला सृष्टि पांडे ने ट्विटर पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर बताया कि वह अपने सबसे अच्छे दोस्तों और अपने परिवार के लोगों के साथ शुक्रवार को “अपने इतने लंबे समय में पहली बार आउटिंग” में वहां गई थीं। लेकिन रेस्टोरेंट्स के फ्रंट डेस्क पर कर्मचारियों ने कहा- “व्हीलचेयर अंदर नहीं आएगी।”
जैसे ही महिला का पोस्ट वायरल हुआ था उसके बाद गुरुग्राम पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेने की बात कही। पुलिस ने आगे की कार्यवाही के लिए उनसे डिटेल मांगी। यह पोस्ट ट्विटर पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। बता दें गुरुग्राम के डीएलएफ साइबर हब में स्थित रेस्तरां प्रबंधन “रास्ता” ने घटना के लिए माफी मांगी और कहा है कि वह इसकी जांच कर रहे हैं।
रेस्टोरेंट “रास्ता” के संस्थापक और पार्टनर गौतमेश सिंह ने पीड़ित महिला के पोस्ट का जवाब दिया है और उन्होंने यह कहा कि “मैं व्यक्तिगत रूप से इस घटना को देख रहा हूं। मैं पूरी टीम की ओर से आपके किसी भी बुरे अनुभव के लिए माफी मांगकर इस मामले की जांच शुरू करता हूं। कृपया निश्चिंत रहें यदि हमारा कोई सदस्य गलत पाया जाता है, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”
सृष्टि पांडे ने अपने थ्रेड पोस्ट पर यह आरोप लगाया है कि पहले तो उन्हें लगा कि यह एक पहुंच का मुद्दा है लेकिन जब रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने कहा कि उनकी उपस्थिति से अन्य ग्राहकों को परेशानी हो सकती है तो यह सुनने के बाद वह चौंक गई थीं। उन्होंने ट्वीट में यह लिखा कि “उन्होंने मेरी ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘andar customers disturb hojaynge’ और हमें अंदर प्रवेश करने से रोक दिया।”
पीड़ित महिला के द्वारा ट्विटर पर यह आगे पोस्ट में लिखा गया कि काफी बहस के बाद उन्हें बाहर बैठने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि बाहर बैठना हास्यास्पद था। ठंड हो रही थी और मैं ठंड में ज्यादा देर तक नहीं बैठ सकती थी क्योंकि मेरे शरीर में ऐंठन होती है। यह सचमुच मेरे लिए असुरक्षित है। सृष्टि पांडे का कहना है कि “इस वाकये से मैं टूट गई हूं। बहुत दुखी हूं और मुझे घृणा हो रही है।”